Essay On Television In Hindi:विज्ञान ने हमें ऐसे कई आविष्कार दिए हैं, जिसकी वजह से हमारे जीवन में क्रांति आई है। इन में से एक आविष्कार
का नाम है टेलीविजन। वर्तमान युग में टेलीविजन से कोई भी व्यक्ति अनजान नहीं है। चाहे अमीर हो या गरीब सबके घर में टेलीविजन जरूर होता ही है।
आज टेलीविजन बच्चे से लेकर बूढ़े तक सभी का पसंदीदा मनोरंजक साधन बन गया है।
Essay On Television In Hindi
टेलीविजन के माध्यम से आप दुनियाभर की घटनाएं घर बैठे अपने आंखों के सामने देख सकते हो। टेलीविजन आपके मन को तनाव से दूर रखता है और आनंद प्रदान करता है।
प्रस्तावना
टेलीविजन की खोज
टेलीविजन का आविष्कार साल 1926 में लंदन के महान वैज्ञानिक जे.एल.बेयर्ड ने किया था। भारत में टेलीविज़न की शुरुआत 15 सितंबर 1959 को दिल्ली में एक छोटे ट्रांसमीटर और एक अस्थायी स्टूडियो के साथ हुई थी। टेलीविज़न का दैनिक प्रसारण साल 1965 में नियमित रूप से शुरू हुआ था। इस आविष्कार के शुरुआत में श्वेत-श्याम चित्र देखे जाते थे लेकिन धीरे धीरे उनका स्थान कलर टीवी ने ले लिया। साल 1982 में भारत में कलर टीवी और राष्ट्रीय प्रसारण की शुरुआत हुई थी।
टेलीविजन प्रसारण प्राप्त करने के लिए एक छवि स्रोत, एक ध्वनि स्रोत, एक ट्रांसमीटर, एक रिसीवर, एक प्रदर्शन डिवाइस और एक ध्वनि उपकरण जैसे तत्वों की जरुरत पड़ती है।
टेलीविजन का महत्व
आज घर घर में टेलीविज़न है, इससे पता चलता है कि वर्तमान युग में टेलीविज़न का कितना महत्व है। टेलीविज़न एक ज्ञानवर्धक साधन है। टेलीविजन के कारण आप चंद मिनिटों में दुनियाभर की खबरें, घटनाएं, मौसम की खबरें देख सकते है। कीमत में टेलीविजन काफी सस्ता है, इसलिए उन्हें कोई भी आम आदमी अपने मनोरंजन के लिए खरीद सकता है।
रेडियो के द्वारा आप केवल सुन सकते हो जबकि टेलीविजन के द्वारा आप देख भी सकते हो और सुन भी सकते हो। टेलीविजन की वजह से आज हम हर देश की संस्कृति के नजदीक जा पाये है। टेलीविज़न ने पूरी दुनिया को जैसे एक छोटे परदे में सिमट लिया है।
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टेलीविजन के लाभ
टेलीविज़न संचार का एक शक्तिशाली माध्यम और मनोरंजन का प्रमुख साधन है। बच्चे, बूढ़े नौजवान और गृहिणी के लिए समय व्यतीत करने का सबसे बेहतर साधन है। टेलीविजन से हम दुनियाभर की खबरें घर बैठे देख सकते है साथ साथ सामाजिक, राजनीति, धर्म, आध्यात्मिक, लोकप्रिय खेल वस्तुओं, शिक्षा इत्यादि विषयो के संबंधित कार्यक्रम देखकर हमारे ज्ञान में बढ़ोतरी कर सकते है। यह बच्चों के लिए शिक्षा का एक बेहतर माध्यम है। टेलीविजन का उपयोग करके अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, इंजीनियरिंग, और कृषि जैसे विषयों पर आप अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त कर सकते हो।
टेलीविज़न मनोरंजन का सबसे बेहतर ज़रिया है। आप टेलीविज़न पर गीत संगीत, कॉमेडी, कार्टून ,फिल्म जैसे अपने मनपसंद के प्रोग्राम देखकर अपना समय व्यतीत कर सकते हो। टेलीविज़न का सही उपयोग मन को शांति और आराम देता है। परिवार के साथ समय बिताने के लिए टेलीविज़न से बेहतरीन कोई भी साधन नहीं है।
टेलीविजन के हानि
वैसे तो टेकनोलोजी के फायदे अनगिनत है। लेकिन उनका अधिकतर उपयोग हानि को बढ़ावा देता है। टेलीविजन से सबसे बड़ी हानि समय की बर्बादी है। टेलीविज़न की लत सबसे बुरी है खास कर के बच्चों के लिए। टेलीविज़न के ज्यादा उपयोग से दिमाग और आंखों दोनों पर बुरा असर पड़ता है।
उस पर दिखाई जाने वाली कई प्रोग्राम बच्चों के लायक नहीं होते। बच्चों के दिमाग पर नकारात्मक असर पड़ता है।देर रात तक टेलीविजन देखने पर भी स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। स्वभाव में चिड़चिड़ापन देखने को मिलता है। क्राइम आधारित कार्यक्रम और भड़कीले विज्ञापन समाज पर बुरी छाप छोड़ता है। परिवार को समय ना देने के कारण पारवारिक संबध में भी कई तरह की समस्या आती है।
मनोरंजन का सबसे बेहतरीन माध्यम
टीवी पर अनगिनत चैनल्स उपलब्ध है। लोग अपने पसंद के अनुसार टीवी चैनल देख सकते है। किसी को खेल देखना है या किसी को संगीत सुनना है, वह अपने अनुसार रिमोट का बटन दबाकर चैनल का चयन कर लेते है।
टेलीविजन सिर्फ मनोरंजन ही नहीं बल्कि रोज़ के समाचार और हर क्षेत्र में लोगो को ज्ञान प्राप्त करवाते है। लोग देश विदेश के विभिन्न तरह के घटनाओ को टेलीविजन पर देख और सुन सकते है। आज लोग खबरें अखबारों में कम बल्कि टीवी पर देखना ज़्यादा पसंद करते है।
महिलाएं रोज़ अपने घर के काम काज के बाद अपने मनपसंद धारावाहिक टीवी पर देखती है। वयस्क लोग जिन्हे समझ नहीं आता था कि वह खाली वक़्त में क्या करे, अब वे टीवी के समक्ष बैठ जाते है।
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हमारे ज्ञान को विकसित करता है
यह हमारे ज्ञान को बढ़ाता है। टेलीविजन से हमे प्रत्येक दिन कुछ नया सीखने को मिलता है। यह कहना बिलकुल ठीक होगा की विज्ञान की सबसे अनुपम उपलब्धि है टेलीविजन। मनुष्य के मन को टेलीविजन मनोरंजन से प्रसन्न कर देता है।
भारतीय टेलीविजन में दैनिक धारावाहिक देश की परंपरा और संस्कृति को दर्शाती है। टेलीविजन के समक्ष पूरा परिवार एक साथ बैठकर फिल्म और खेल के कार्यक्रम देख सकते है।टेलीविजन के माध्यम से लोग सामाजिक, राजनीति, धर्म, आध्यात्मिक, शिक्षा इत्यादि विषयो से संबंधित कार्यक्रम देख सकते है।
लोग अपने इच्छानुसार जो भी कार्यक्रम चाहे वह कभी भी देख सकते है। सिर्फ देश की ही नहीं बल्कि विदेशो की सारी खबरें देख सकते है। टेलीविजन का ज़्यादा प्रभाव बच्चो पर पड़ा है। टेलीविजन पर दिखाए गए विभिन्न कार्यक्रम से बच्चो का और हमारा सामान्य ज्ञान बढ़ता है।
टीवी पर धर्म और आस्था से संबंधित चैनल भी लोगो के लिए उपलब्ध है। कृषि, विज्ञान और नए आविष्कारों से संबंधित चैनल टीवी पर उपलब्ध है। टीवी पर व्यवसाय चैनल से लेकर ऑटोमोबाइल चैनल तक उपलब्ध है।
शिक्षा का बेहतरीन माध्यम
आजकल टेलीविजन पर बच्चो को अंग्रेजी भाषा सिखाया जाता है। टीवी पर ऐसे कई ज्ञानवर्धक चैनल है जिसके माध्यम से बच्चे सरलता से अपने पाठ्यक्रमों को समझ सकते है। हर विषय संबंधित शीर्षक ऐसे चैनेलो पर दिए रहते है। बच्चे अपने पसंद अनुसार उन्हें समझ सकते है।
युवाओ और वयस्कों के लिए टेलीविजन पर अनौपचारिक शिक्षा को प्रभावी ढंग से सिखाया जाता है। टेलीविजन पर इतिहास चैनल, डिस्कवरी चैनल, नेशनल जियोग्राफिक चैनल और कई तरह के वैज्ञानिक संबंधित चैनल है, जो जीवन के अनगिनत पहलुओं को लोगो तक पहुंचाते है
टेलीविजन के माध्यम से छात्रों के लिए गणित, रसायन शास्त्र, जीव विज्ञान इत्यादि विषयो पर कक्षाएं आयोजित किये जाते है। यह कक्षाएं ज्ञान वर्धक और रोचक होते है। अन्य सामाजिक घटनाओ और परीक्षाओ से संबंधित पाठ्यक्रम टेलीविजन पर दिखाए जाते है।
घरेलु नुस्खों, कई प्रकार के हस्तशिल्प टेलीविजन पर सिखाये जाते है। टेलीविजन से केवल लोगो को शिक्षा ही नहीं बल्कि विभिन्न तरह के प्रशिक्षण दिए जाते है। आपको कसरत करनी है, तो आपको टीवी पर योग और कसरत करने के चैनल प्राप्त हो जाएंगे। जिसे लोग प्रत्येक रूप से देखकर सीख सकते है और अपने आपको फिट भी रख सकते है।
देश विदेश के ख़बरों का तुरंत प्रसारण
देश विदेश की गतिविधयों का सीधा प्रसारण टेलीविजन पर किया जाता है। टेलीविजन के कारण लोगो को खेल के मैदानों पर जाकर खेल देखने की ज़रूरत नहीं है। लोग टेलीविजन पर खेल का लाइव और सीधा प्रसारण देख सकते है।
स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को देखने के लिए लोगो को लाल किला और इंडिया गेट तक जाने की ज़रूरत नहीं है। घर पर बैठकर उन कार्यक्रमों को आराम से लोग देख सकते है। यदि किसी कारण लोगो के पास समय नहीं है, तो लोग इन प्रोग्रामो को रिकॉर्ड करके अपने सुविधानुसार बाद में देख सकते है।
विभिन्न भाषाओ और सभी क्षेत्रों में मनोरंजन उपलब्ध
टेलीविजन में आप विभिन्न भाषाओ के गानो और ख़बरों का आनंद उठा सकते है। आज के समय में टीवी पर रात दिन फिल्में चलती है। लोग अपनी मनपसंद फिल्म कभी भी देख सकते है। सिनेमा देखने के लिए हमेशा लोगो को सिनेमाघर जाने की आवश्यकता नहीं है। लोग इन सिनेमाओं को टेलीविजन पर सरलता से देख सकते है।
आजकल लोग वीसीआर पर फिल्म लगाकर उसे टेलीविजन स्क्रीन पर देख सकते है। महाभारत, रामायण जैसे धार्मिक कार्यक्रम देश में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी पसंद किया जाता है। टेलीविजन देखने का एक निर्धारित समय तय करके लोगो को देखना चाहिए।
कुछ देर टीवी देखने से लोगो का मष्तिष्क शांत हो जाता है। कुछ लोग इतना अधिक टेलीविजन देखते है कि उन्हें इसकी आदत हो जाती है।
लगातार टीवी देखने से कुछ दुष्परिणाम
बच्चो में टीवी देखने की अत्यधिक लत अच्छी नहीं होती। ज़रूरत से ज़्यादा कार्टून और इत्यादि कार्यक्रम अभिभावकों के साथ सीमित मात्रा से अधिक देखना अच्छा नहीं होता है। इससे उनकी एकाग्रता कम होती है। पढ़ाई में उनका ध्यान कम लगता है। लगातार टीवी स्क्रीन पर टीवी देखने से बच्चे और बड़ो की आँखें खराब होती हैएक ही जगह पर लगातार टीवी देखने से लोगो को हाइपर टेंशन जैसी परेशानियां हो सकती है। नियमित टीवी देखने से स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां हो सकती है। अत्यधिक टीवी देखने की वजह से हम खाने का समय भूल जाते है।
सिर्फ काम करके हम टीवी देखने के लिए बैठ जाते है और बाकी गतिविधियों की तरफ ध्यान नहीं देते है। इससे लोग मोटापे इत्यादि बीमारियों के शिकार हो जाते है।
मनोरंजन का आकर्षक यंत्र
मनोरंजन का सबसे सस्ता और किफायती साधन है टीवी। मनुष्य के ज्ञान को बढ़ाने और विकसित करने का बेहतरीन माध्यम है टेलीविजन। आजकल एलईडी टीवी बाजार में उपलब्ध है। लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार बेहतरीन पिक्चर गुणवत्ता पाने के लिए खरीद सकते है।
प्रत्येक दिन एक बार तो लोगो को टेलीविजन का दैनिक खुराक चाहिए। आम तौर पर टीवी लोगो के लिए प्रत्येक दिन देखना अनिवार्य सा हो गया है। टीवी पर लोग विभिन्न भावनाओ को जीते है। कभी वह ख़ुशी से झूम उठते है तो कभी कुछ दृश्यों को देखकर उदास और कभी ठहाका मारकर हँसते है।
खालीपन मिटाने का अनोखा साधन
मनुष्य के खालीपन को दूर करने में टेलीविजन एक वरदान से कम नहीं है। मनुष्य को अपने जिंदगी में कई तनावों से गुजरना पड़ता है। टेलीविजन इन तनावों को दूर करने में बड़ी सहायक साबित हुयी है। टी वी देखने से लोगो का मन मिजाज काफी अच्छा हो जाता है।
नए प्रतिभाओं को मौका
आजकल टीवी पर कई चैनेलो में रियलिटी शोज आयोजित किये जाते है। जिसमे देश के नयी प्रतिभाओ को मौका मिलता है। कई ऐसे टैलेंट शोज है जो आम लोगो को अपना हुनर दिखाने का मौका देते है। यह एक सकारात्मक कोशिश है।
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व्यापार में फायदा
टेलीविजन द्वारा व्यापार को काफी फायदा पहुंचा है। इसमें विज्ञापन देकर कोई भी बिज़नेस मैन रातो रात उन्नति कर सकता है। विभिन्न प्रकार के उत्पादों को विज्ञापन के ज़रिये बढ़ावा मिलता है।
दुनिया के किसी भी कोने में कोई भी चीज़ घटती है, उसी पल हमे टीवी के माध्यम से जानकारी मिल जाती है। व्यापार जगत को टेलीविजन के माध्यम से काफी लाभ हुआ है। लोग उन विज्ञापनों से प्रभावित होकर उत्पादों को खरीदते है, जिससे कंपनियों को मुनाफा होता है।
युवाओ पर दुष्प्रभाव
युवको में अत्यधिक टीवी देखने की आदत ने उन्हें गलत मार्ग भी दिखाया है। कई शोधकर्ताओं से पता चला है की उन्होंने अपराधों के उपायों को टीवी के माध्यम से सीखा है। यह एक सरासर बुरा प्रभाव है। अच्छे बुरे में फर्क करने की ताकत कभी कभी टेलीविजन ख़त्म कर देता है। टेलीविजन अतिरिक्त देखने से ना केवल गलत कार्य हो रहे है, बल्कि वक़्त की बर्बादी भी होती है।
उपसंहार
टेलीविजन का आगमन मनोरंजन का स्रोत है। टीवी पर नाटक नौटंकी, बच्चो के कार्यक्रम, जासूसी और रोंगटे खड़े करने वाली कहानियां इत्यादि विविध कार्यक्रम लोग देखते है। एक सिक्के के दो पहलु होते है।
टीवी के अपने फायदे और नुकसान है। यदि हम टीवी के मनोरंजन का सही दिशा में इस्तेमाल करते है तो निश्चित तौर पर एक सुन्दर और सभ्य समाज का निर्माण कर पाएंगे। टीवी सही माईनो में एक प्रभावी और ज़रूरी माध्यम सिद्ध हुआ है। जिसका प्रभाव पूरी दुनिया के लोगो पर पड़ा है।