हेलो स्टूडेंट, इस पेज में आपको भौतिक विज्ञान क्लास १२ के सरे अध्याय के बारे में बताया जायेगा और उनके उसपर लिंक भी होगा जिससे आप आसानी से प्रत्येक अध्याय के पेज में जेक उन्हें पढ़ सकते है | हम आशा करते है कि आपको यह नोट्स बहुत सहायक पूर्ण होंगे | जिससे आप बोर्ड एग्जाम में अच्छे अंक ला सकोगे | Physics Notes For Class 12 in Hindi OR कक्षा 12 के लिए भौतिक विज्ञान के नोट्स |
Class 12th Physics Syllabus in Hindi ( भौतिक विज्ञान पाठ्यक्रम क्लास १२ ) :
अध्याय:
- वैद्युत आवेश तथा क्षेत्र
- स्थिरवैद्युत विभव तथा धारिता
- विद्युत धारा
- गतिमान आवेश और चुंबकत्व
- चुंबकत्व एवं द्रव्य
- वैद्युतचुंबकीय प्रेरण
- प्रत्यावर्ती धारा
- वैद्युतचुंबकीय तरंगें
अध्याय 1: वैद्युत आवेश तथा क्षेत्र
- वैद्युत आवेश
- चालक तथा विद्युतरोधी
- प्रेरण द्वारा आवेशन
- वैद्युत आवेश के मूल गुण
- कूलॉम नियम
- बहुल आवेशों के बीच बल
- विद्युत क्षेत्र
- विद्युत क्षेत्र रेखाएँ
- वैद्युत फ्लक्स
- वैद्युत द्विध्रुव
- एकसमान बाह्य क्षेत्र में द्विध्रुव
- संतत आवेश वितरण
- गाउस नियम
- गाउस नियम के अनुप्रयोग
अध्याय 2: स्थिर वैद्युत विभव तथा धारिता
- स्थिर वैद्युत विभव
- बिंदु आवेश के कारण विभव
- वैद्युत द्विध्रुव के कारण विभव
- आवेशों के निकाय के कारण विभव
- समविभव पृष्ठ
- आवेशों के निकाय की स्थितिज ऊर्जा
- बाह्य क्षेत्र में स्थितिज ऊर्जा
- चालक-स्थिरवैद्युतिकी
- परावैद्युत तथा ध्रुवण
- संधारित्र तथा धारिता
- समांतर पट्टिका संधारित्र
- धारिता पर परावैद्युत का प्रभाव
- संधारित्रों का संयोजन
- संधारित्र में संचित ऊर्जा
- वान डे ग्राफ जनित्र
अध्याय 3: विद्युत धारा
- विद्युत धारा
- चालक में विद्युत धारा
- ओम का नियम
- इलेक्ट्रान का अपवाह एवं प्रतिरोधकता का उद्गम
- ओम के नियम की सीमाएँ
- विभिन्न पदार्थों की प्रतिरोधकता
- प्रतिरोधकता की ताप पर निर्भरता
- विद्युत ऊर्जा, शक्ति
- प्रतिरोधकों का संयोजन-श्रेणी संयोजन तथा पार्श्व संयोजन
- सेल, विद्युत वाहक बल (emf), आंतरिक प्रतिरोध
- श्रेणी तथा पार्श्वक्रम में सेल
- किरचॉफ के नियम
- व्हीटस्टोन सेतु
- मीटर सेतु
- पोटेंशियोमीटर (विभवमापी)
अध्याय 4: गतिमान आवेश और चुंबकत्व
- ओरस्टेड का चुंबकीय क्षेत्र प्रयोग तथा निष्कर्ष
- चुंबकीय क्षेत्र क्या है | परिभाषा | मात्रक | विमीय सूत्र
- बायो सावर्ट का नियम क्या है ?
- चुंबकीय क्षेत्र की दिशा | स्नो नियम | दांये हाथ के अंगूठे |मैक्सवल का कार्क पेच नियम
- लम्बे तथा सीधे धारावाही चालक तार के कारण चुंबकीय क्षेत्र
- वृत्ताकार धारावाही कुण्डली के केंद्र पर चुम्बकीय क्षेत्र
- हैल्महोल्ट्ज कुण्डलियाँ क्या है
- चुम्बकीय क्षेत्र में आवेश की गति
- साइक्लोट्रॉन की गणितीय विवेचना | सीमाएँ | उपयोग
- चुम्बकीय क्षेत्र में धारावाही चालक तार पर बल
- फ्लेमिंग का बायें हाथ का नियम | दांये हाथ की हथेली का नियम
- दो समान्तर धारावाही चालक तारों के मध्य चुम्बकीय बल या एम्पियर का नियम
- एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में आयताकार धारावाही लूप पर बल एवं बल आघूर्ण
- धारामापी क्या है | गैल्वेनोमीटर | सिद्धान्त | कार्य | प्रकार | उपयोग
- निलंबित कुण्डली धारामापी | त्रिज्य क्षेत्र
- धारामापी की सुग्राहिता | धारा सुग्राहिता | वोल्टता सुग्राहिता | दक्षतांक | प्रभावी करने वाले कारक
- शंट प्रतिरोध की परिभाषा क्या है | शण्ट का प्रयोग का कारण
- अमीटर क्या है | धारामापी का अमीटर में रूपान्तरण
- वोल्टमीटर क्या है | धारामापी का वॉल्ट मीटर में रूपान्तरण
- एम्पीयर का नियम चुम्बकीय क्षेत्र के सम्बन्ध में क्या है
- परिनालिका की परिभाषा क्या है?
- अनन्त लम्बाई की परिनालिका में चुम्बकीय क्षेत्र
- दण्ड चुम्बक एवं धारावाही परिनालिका के व्यवहार की तुलना
- टोरॉइड (टोरोइड) की अक्ष पर चुम्बकीय क्षेत्र
अध्याय 5: चुंबकत्व एवं द्रव्य
- छड़ चुंबक
- चुंबकत्व एवं गाउस नियम
- भू-चुंबकत्व
- दण्ड चुम्बक के गुण क्या है | चुम्बकीय प्रेरण | विचुंबकन
- चुम्बक की प्रभावी लम्बाई | चुम्बकीय ध्रुव | चुंबकीय अक्ष | प्रबलता | आघूर्ण
- चुम्बकीय ध्रुवों के मध्य कार्यरत बल कुलॉम का नियम
- चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ या चुंबकीय बल रेखाएं क्या है | परिभाषा | गुण
- उदासीन बिन्दु चुम्बक तथा चुम्बकीय क्षेत्र के सन्दर्भ में
- चुम्बकीय द्विध्रुव तथा चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण की परिभाषा क्या है | सूत्र | मात्रक
- दण्ड चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण
- चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता | दण्ड चुम्बक के अक्ष | निरक्ष पर चुम्बकीय क्षेत्र
- चुम्बकीय क्षेत्र में दण्ड चुम्बक पर बल आघूर्ण या चुम्बकीय द्विध्रुव तथा घुमाने में किया गया कार्य
- भू चुम्बकत्व की परिभाषा क्या है | पृथ्वी के चुम्बकत्व की पुष्टि
- भू चुम्बकत्व | पृथ्वी के चुम्बकत्व का कारण
- भू चुम्बकत्व | पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के अवयव | दिक्पात का | नमन | नति कोण | क्षैतिज घटक
- चुम्बकत्व में गाउस का नियम क्या है | सूत्र
- पदार्थों का चुम्बकीय क्षेत्र में व्यवहार
- चुम्बकन की तीव्रता | क्षेत्र | चुम्बकीय प्रवृति | पारगम्यता की परिभाषा | सूत्र | विमा
- चुम्बकीय पदार्थों का वर्गीकरण या प्रकार
- प्रतिचुम्बकीय पदार्थ की परिभाषा क्या है | उदाहरण | व्याख्या | गुण
- अनुचुम्बकीय पदार्थ की परिभाषा क्या है | गुण | उदाहरण तथा व्याख्या
- लोह चुम्बकीय पदार्थ की परिभाषा क्या है ,गुण ,व्याख्या , उदाहरण
- क्यूरी नियम तथा क्युरी ताप की परिभाषा क्या है
- चुम्बकीय शैथिल्य वक्र क्या है , निग्राहिता , धारणशीलता की परिभाषा
- शैथिल्य हास क्या है
अध्याय 6: वैद्युतचुंबकीय प्रेरण
- चुम्बकीय फ्लक्स की परिभाषा क्या है | चुंबकीय फ्लक्स का मात्रक | विमा
- विद्युत चुम्बकीय प्रेरण की परिभाषा क्या है, ( फैराडे तथा हेनरी के प्रयोग )
- फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के नियम
- लैंज का नियम या लेंज नियम क्या है
- लेन्ज का नियम एवं ऊर्जा संरक्षण का सिद्धांत में सम्बन्ध
- प्रेरित धारा तथा प्रेरित आवेश में सम्बन्ध
- फ्लेमिंग का दायें हाथ का नियम
- समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में चालक छड की गति के कारण प्रेरित वि.वा.बल
- असमान चुम्बकीय क्षेत्र में नियत वेग से गति के कारण आयताकार लूप में प्रेरित वि.वा.बल एवं धारा
- समरूप (समांग) चुम्बकीय क्षेत्र में घूर्णन करती धातु की छड़ में प्रेरित वि.वा.बल
- समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में घूर्णन करती धातु की चकती में प्रेरित विद्युत वाहक बल
- समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में आयताकार कुण्डली की घूर्णन गति के कारण उत्पन्न विद्युत वाहक बल (वि.वा.बल)
- भँवर धाराएँ क्या है या फोको धारा परिभाषा
- भँवर धाराओं के उपयोग
- स्वप्रेरण की परिभाषा क्या है ,स्व प्रेरण का प्रायोगिक प्रदर्शन
- स्वप्रेरण गुणांक या स्वप्रेरकत्व की परिभाषा क्या है |सूत्र | SI मात्रक | विमा
- समतल वृत्ताकार कुण्डली का स्वप्रेरकत्व
- धारावाही परिनालिका का स्वप्रेरकत्व
- अन्योन्य प्रेरण की परिभाषा क्या है
- अन्योन्य प्रेरण गुणांक या अन्योन्य प्रेरकत्व
- दो समाक्षीय परिनालिकों के मध्य अन्योन्य प्रेरकत्व
अध्याय 7: प्रत्यावर्ती धारा
- प्रत्यावर्ती धारा तथा प्रत्यावर्ती विद्युत वाहक बल की परिभाषा क्या है
- दिष्ट धारा | प्रत्यावृति | वर्गाकार | त्रिकोणीय तरंग | ज्यावक्रिय तरंग धारा परिभाषा क्या है
- प्रत्यावर्ती धारा और वोल्टता के तात्क्षणिक | शिखर | औसत और वर्ग माध्य मूल मान
- प्रत्यावर्ती धारा की विशेषताएँ | नुकसान या दोष
- शुद्ध प्रतिरोधीय परिपथ में प्रत्यावर्ती वोल्टता तथा प्रत्यावर्ती धारा के मध्य कला संबंध तथा फेजर आरेख
- शुद्ध प्रेरकीय परिपथ में प्रत्यावर्ती वोल्टता तथा प्रत्यावर्ती धारा के मध्य कला संबंध तथा फेजर आरेख
- शुद्ध धारितीय परिपथ में प्रत्यावर्ती वोल्टता तथा प्रत्यावर्ती धारा के मध्य कला संबंध तथा फेजर आरेख
- L-R परिपथ में प्रत्यावर्ती वोल्टता तथा प्रत्यावर्ती धारा के मध्य कला संबंध तथा फेजर आरेख
- R-C परिपथ में प्रत्यावर्ती वोल्टता तथा प्रत्यावर्ती धारा के मध्य कला संबंध तथा फेजर आरेख
- LCR श्रेणी परिपथ
- श्रेणी L-C-R अनुनादी परिपथ
- अर्द्ध शक्ति बिन्दु या आवृत्तियाँ
- श्रेणी अनुनादी परिपथ में बैण्ड चौड़ाई
- श्रेणी अनुनादी परिपथ में विशेषता गुणांक
- प्रत्यावर्ती परिपथ में औसत शक्ति
- शक्ति गुणांक की परिभाषा क्या है
- वाटहीन धारा की परिभाषा क्या है
- चोक कुंडली की परिभाषा क्या है | सिद्धान्त | कार्यविधि
- ट्रांसफार्मर क्या है | सिद्धांत | रचना | कार्यविधि | परिभाषा प्रिन्सिपले ऑफ़ ट्रान्सफार्मर
- ट्रांसफार्मर के प्रकार , उच्चायी , अपचायी ट्रांसफॉर्मर हानि
अध्याय 8: वैद्युतचुंबकीय तरंगें
- विस्थापन धारा
- वैद्युतचुंबकीय तरंगें
- वैद्युतचुंबकीय स्पेक्ट्रम
अध्याय 9: किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिय उपकरण
- फोकस बिन्दु | फोकस दूरी | फोकस तल | परावर्तन की परिभाषा क्या है
- अपवर्तन की परिभाषा क्या है | स्नेल का नियम | उदाहरण
- क्रांतिक कोण | पूर्ण आन्तरिक परावर्तन | शर्तें | उदाहरण
- प्राथमिक इन्द्रधनुष और द्वितीयक इन्द्रधनुष | प्रकीर्णन | रेले का प्रकीर्णन
- नेत्र की समंजन क्षमता | निकट बिन्दु | दूर बिन्दु | दृष्टि परास | अबिन्दुकता दोष व निवारण
अध्याय 10: तरंग प्रकाशिकी
- हाइगेन्स का तरंग सिद्धान्त | तरंगाग्र के प्रकार | परिभाषा
- डॉप्लर प्रभाव | व्यतिकरण
- विवर्तन की परिभाषा क्या है | व्यतिकरण और विवर्तन में अन्तर
अध्याय 12: नाभिक
- रदरफोर्ड का अल्फा प्रकीर्णन प्रयोग | निष्कर्ष | रदरफोर्ड माॅडल | कमियाँ
- नाभिकीय बल की परिभाषा क्या है | विशेषताएँ | रेडियो एक्टिवता
- नाभिकीय विखण्डन | परमाणु रियेक्टर (भट्टी) | नाभिकीय संलयन
अध्याय 13: इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों
- ऊर्जा बैण्ड की परिभाषा क्या है | चालक | अर्धचालक | कुचालक को समझाइये
- नेज अर्धचालक | n – प्रकार के अर्द्धचालक | p- प्रकार का अर्धचालक
- p – n संधि का निर्माण समझाइये
- p-n संधि डायोड में अग्र बायस और पश्च बायस | PN संधि डायोड का अभिलाक्षणिक वक्र
- दिष्ट करण | कार्यप्रणाली | पूर्ण तरंग दिष्टकारी | शुद्ध दिष्टधारा के लिए फिल्टर परिपथ
- जेनर डायोड (Zener diode) , फोटो डायोड
- प्रकाश उत्सर्जन डायोड (LED) | सौर सेल की बनावट व कार्य प्रणाली
- ट्रांजिस्टर | ट्रांजिस्टर में धारा प्रवाह
- N-P-N ट्रांजिस्टर परिपथ चित्र बनाइये और कार्यविधि | npn ट्रांजिस्टर को स्वीच के रूप में
- ट्रांजिस्टर के प्रवर्धक के रूप में | ट्रांजिस्टर दोलित्र के रूप में कार्य विधि | परिपथ चित्र
अध्याय 14: संचार व्यवस्था
- मॉडुलन की परिभाषा क्या है | आवश्यकता तथा प्रकार
- विद्युत चुम्बकीय तरंगों के संचरण की विधियाँ | भू-तरंग | व्योम आकाश तरंग संचरण
- संचार व्यवस्था की परिभाषा क्या है तथा प्रकार
- एकीकृत परिपथ (IC) (इंटीग्रेटेड सर्किट) की परिभाषा क्या है तथा प्रकार
- logic gate (तार्किक द्वार) क्या है ये कितने प्रकार के होते है