Essay On Mango In Hindi

Essay On Mango In Hindi:आम के फल को सभी फलों का राजा कहा जाता है या फल मुझे बहुत पसंद है या फल खाने में मीठा होता है यह फल कई आकार में आते हैं आम का फल पेड़ों पर होता है।

Essay On Mango In Hindi

यह फल ज्यादातर गर्मियों के समय में होता है मेरे घर में मेरे पापा गर्मियों के समय में बहुत सारे आम लाते हैं जिसे हम सभी लोग बड़े अच्छे से खाते हैं यह फल खाने में बहुत ही अच्छा लगता है आम अगर पक्का हो तो मीठा लगता है और कच्चा हो तो खट्टा लगता है।

प्रस्तावना:-

मुझे मीठा आम पसंद है लेकिन बहुत से लोगों को खट्टा आम पसंद होता है, आम के फल बड़े बड़े पेड़ों पर होता है और पेड़ों पर ही पकता है लेकिन आज के समय में कुछ लोग आम को केमिकल की मदद से भी पकाते हैं लेकिन शुद्ध आम वही होता है जो पेड़ों पर पकता है।

आम का फल

आम कई आकार में पाए जाते हैं कुछ आम छोटे होते हैं और कुछ हम बड़े होते हैं, और आमों से कई सारी चीजें बनाई जाती हैं जैसे कि आम की चटनी, आम का अचार, आम का रस इत्यादि।

आम में विटामिन ए बी डी पाई जाती है जोकि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक होती है इसलिए हमें आम को खाना चाहिए, बाजार में कुछ लोग आम का जूस बेचते हैं आप उसे भी पी सकते हैं लेकिन कुछ कंपनियां हैं जो यह दावा करते हैं कि उनका जोश पूरी तरह से आम का बना हुआ है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता है उसमें कुछ केमिकल का भी इस्तेमाल किया जाता है और यह हमारे शरीर के लिए लाभ नहीं पहुंचाता है।

पूरी पृथ्वी पर सबसे ज्यादा आम का पैदावार भारत में ही होता है हमारे भारत में 60% आम का उत्पादन किया जाता है भारत के आमों को बाहर भी दूसरे देशों में भेजा जाता है।

भारत का राष्ट्रीय फल आम है। हिंदू धर्म-ग्रंथों में आम को अत्यंत पवित्र Januaryमाना गया है। शुभ कर्मों में आम के पत्तों की बंदनवार बनाकर उसे मुख्य द्वार पर लगाया जाता है। इसी तरह कलश पर आम के पत्तों को रखा जाता है। यज्ञ और पूजा करने वाले भक्त इसके पत्तों से अपने चारों ओर जल छिड़ककर स्थान विशेष को पवित्र करते हैं।

बसंत पंचमी के दिन जब मां सरस्वती का पूजन किया जाता है, तब आम की बौर (फूल) को विशेष रूप से चढ़ाया जाता है। यज्ञ-हवन आदि में आम की लकड़ी (समिधा) को अत्यंत पवित्र माना जाता है। शांति कर्म के लिए किए जाने वाले यज्ञ में आम की समिधा का विशेष महत्त्व है।

यह एक गूदेदार फल होता है, जो वैज्ञानिक दृष्टि से मैग्नीफेरा नामक प्रजाति से संबंधित होता है। आम में विटामिन ए, सी एवंडी होता है, इसीलिए इसे फलों का राजा भी कहते हैं।

आम का वृक्ष एक फलदार बड़ा स्थलीय वृक्ष है। इसमें दो बीजपत्र होते हैं। इसके फल छोटे-छोटे एवं समूह में रहते हैं। आम के फूलों को ‘मंजरी’ कहते हैं। इसकी पत्ती सरल, लंबी एवं भाले के समान होती है। इसका तना लंबा एवं मजबूत होता है। इसका फल एक गुठली वाला और गूदेदार होता है।

भारत में आम की सौ से भी अधिक किस्में उपलब्ध हैं-जैसे दशहरी, लंगड़ा, चौसा, फजली, मुंबई ग्रीन, मुंबई अलफांजों, बैंगन पल्ली, हिम सागर, केशर, किशन भोग, नीलम, आम्रपाली इत्यादि।

आम विभिन्न रंगों, आकारों एवं आकृतियों के होते हैं। इसकी पैदावार भारत में अति प्राचीन समय से होती आयी है। लोग आम को काटकर, चूसकर खाते हैं, अचार और चटनी के रूप में भी लोग इसका प्रयोग करते हैं। लू से बचने और हाजमे के लिए शरबत के रूप में भी इसका प्रयोग होता है।

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इतिहास | History

भारत में ऐसे अनेक ऐतिहासिक साक्ष्य मिले हैं जिनसे ज्ञात होता है कि अनादिकाल से भारत में आम की खेती की जाती रही है। हमारे पौराणिक कथाओं और इतिहास में भी आम की कहानियां मौजूद हैं। प्रसिद्ध भारतीय कवि कालीदास ने भी आम की प्रशंसा की थी। ऐसा कहा जाता है कि अलेक्जेंडर महान ने भी ह्वेनसंग के साथ मिलकर आम का स्वाद चखा था। मध्यकालीन इतिहास से अज्ञात होता है कि अकबर ने दरभंगा में 100,000 से अधिक आम के पेड़ लगाए थें।

आम का पेड़, पत्ते और फल

आम के पेड़ सदाबहार होते हैं। इसकी ऊंचाई 10-40 मीटर के आसापास होती है और इसकी चौड़ाई 10 मीटर की औसत व्यास के जितने चौड़े होते है। आम के पेड़ का छाल गहरे भूरे रंग का होता है।

आम के पेड़ की पत्तियां लम्बी होती हैं। पत्तियों की लंबाई 15-45 सेमी तक होती है। पत्तियों की ऊपरी सतह गहरे हरे रंग की होती है जबकि नीचे की ओर हल्के हरे रंग की होती है।

आम के कच्चे फल हरे रंग के होते हैं लेकिन पके फलों का रंग अलग-अलग होता है। ये हरे, पीले, नारंगी से लेकर लाल रंग तक के होते हैं। आम के फल आमतौर पर आकार में तिरछे और मांसल होते हैं। आम के फल में भीतर गुठली होती है गुठली और छिलके के मध्य का हिस्सा इंसान बहुत ही चाव से खाते हैं।

खेती | Farming

पुरी दुनिया में भारत में आम का उत्पादन सर्वाधिक होता है। विश्व में आम के कुल उत्पादन का लगभग आधा हिस्सा भारत में होता है। भारत में, आंध्र प्रदेश राज्य आम का सर्वाधिक उत्पादन करता है।

विश्व में आम की खेती स्पेन, अंडालूसिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण फ्लोरिडा और कैलिफोर्निया क्षेत्रों में की जाती है। कैरेबियन द्वीप समूह में भी आम की काफी खेती देखी जाती है।

आम की खेती आम तौर पर उष्णकटिबंधीय और गर्म उप-उष्णकटिबंधीय जलवायु में की जाती है।

आम की खेती के लिए गीली मानसून और शुष्क गर्मी आदर्श होती है। आम के पेड़ अच्छी तरह से सूखा लेटराइट और जलोढ़ मिट्टी में विकसित हो सकते हैं जो कम से कम 15.24 सेमी गहरी हो।

आम के पेड़ अच्छी तरह से पौधा रोपण के 3-5 वर्षों के बाद फल देने लगते हैं, जो कि खेती के प्रकार पर निर्भर करता है। आम के फलों का जीवन लगभग 2-3 सप्ताह का होता है। इसलिए उन्हें 12-13 डिग्री सेल्सियस के कम तापमान में संग्रहीत किया जाता है।

पोषण जानकारी

आम क्वेरसेटिन, एस्ट्रैगलिन और गैलिक एसिड जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण मौजूद होते हैं जो कुछ प्रकार के कैंसर में प्रभावी सिद्ध होते हैं। इसमें मौजूद फाइबर, पेक्टिन और विटामिन सी रक्त में कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन के स्तर को कम करने में मदद करता है। आम का गूदा विटामिन ए का समृद्ध स्रोत है जो दृष्टि को बेहतर बनाने में मदद करता है।

आम के फलों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और यह डायबिटीज के रोगियों के लिए उपयुक्त होते हैं। आम के पल्प में मौजूद विटामिन और कैरोटीनॉयड की प्रचुरता प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करती है। आम के सेवन से अस्थमा के साथ-साथ मांसपेशियों के खराब होने का खतरा कम होता है।

आम का खाने में उपयोग

आप चाहे कच्चा हो या फिर पक्का इसका इस्तेमाल दोनों रूपों में किया जाता है।

कच्चे आम का इस्तेमाल चटनी बनाने में तथा पके आम के गूदे का इस्तेमाल आम की कुल्फी, आइसक्रीम और शर्बत जैसी कई मिठाइयों को बनाने में किया जाता है।

आम खाने के बाद भी उसकी गुठली बहुत उपयोग दायक होती है आम की गुठली को धूप में सुखाकर उसका अमचुर बनाया जाता है आम का विशेष तौर पर मुरब्बा भी बनाया जाता है जिसे लोग अत्यंत पसंद करते हैं, यह शरीर के लिए भी अत्यंत लाभदायक होता है।

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आम खाने के फ़ायदे

आम में एंटीऑक्साइड, मिनरल्स, एंजाइम और विटामिन पाए जाते हैं।

आम में विटामिन ए, बी, सी और फाइबर के गुण पाए जाते हैं जो पेट से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं।

आम में साइट्रिक अम्ल (Citric Acid) होता है, जो पाचन शक्ति सही से काम करने में मदद करती है। जिससे कब्ज जैसी समस्या से व्यक्ति कोसों दूर रहता है।

आम एक ऐसा फल है जो एक साथ अनेकों फायदे देता है, इस फल को खाने से समय से पहले बुढ़ापा नहीं आता है, इससे कैंसर होने की सम्भावना कम होती है और साथ ही व्यक्ति हृदय से सम्बंधित बीमारी भी दूर रहता है।

अगर आप एक ब्लडप्रेशर मरीज हैं तो आम का फल आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।

आम खाने से हमारी आंखों की रोशनी तेज होती है और हमारे याद रखने की क्षमता भी बढ़ती है।

Mango के पेड़ की पत्तियों का सेवन खून में इन्सुलिन की कमी को रोकता है, जिससे शुगर जैसी  बीमारी की सम्भावना कम हो जाती है।

Aam ke Sevan वजन बढ़ाने में, झड़ते हुए बालों को भी रोकने में साथ ही त्वचा को भी कोमल और खुबसूरत बनाने में मदद करता है।

आम के नुकसान

जहां आम के फायदे हैं, वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं।

गर्मियों में अत्यधिक आम के सेवन से हमारे चेहरे पर किल-मुहांसे निकल जाते हैं।

आज के समय में आपको बाजार में बिना सीजन के भी आम मिलते दिखाई देते हैं, जो कि स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही ज्यादा हानिकारक होते हैं क्योंकि ये आम केमिकल्स द्वारा पकाए गए होते हैं।

अगर आपको मधुमेह की बीमारी है तो आप बिना डॉक्टर की सलाह के आम का सेवन नहीं करना चाहिए।

आम में अत्यधिक मात्रा में शर्करा मौजूद होता है, जिससे वजन तेजी से बढ़ता है। अगर आपका वजन पहले से ही ज्यादा है तो आप आम का अत्यधिक सेवन करने से बचें।

Aam ke Sevan गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए इससे बच्चे पर बुरा असर पड़ता है।

अत्यधिक मात्रा में आम का सेवन करने से दस्त की समस्या उत्पन्न हो जाती है।

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आर्थिक महत्व

भारत में आम सबसे अधिक पसंदीदा फलों में शामिल है।आम के पेड़ की लकड़ी का इस्तेमाल फर्नीचर, पैकिंग आदि के लिए किया जाता है।

आम के पेड़ के तने से प्राप्त छाल से प्राप्त टैनिन का उपयोग चमड़ा उद्योग में किया जाता है।

सांस्कृतिक संदर्भ

प्राचीन काल से, भारत में आम को फलों में एक विशेष स्थान प्राप्त है। आम का फल स्वाद और गुणों से युक्त होता है। शायद यही वजह है कि आम को ‘देवताओं का भोजन’ के रूप में जाना जाता है। एक पूरी तरह से  पके हुए आम समृद्धि का प्रतीक है।

credit:Study Pride Corner

उपसंहार

आम भारत में लगभग सभी सामाजिक पृष्ठभूमि से आने वाले लोगों के जीवन में एक महत्वपूर्ण भुमिका निभाता है।

आम का धार्मिक महत्व भी है, आम के पत्तों को शुभ माना जाता है, किसी भी पूजन में कलश स्थापना के समय कलश के जल में 5 आम के पत्तों को रखना शुभ माना जाता है। सरस्वती पूजा में आम के फूल को एक अभिन्न अंग के रुप में शामिल किया जाता है।

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