Picnic Essay In Hindi-पिकनिक निबंध हिंदी में

Picnic Essay In Hindi:पिकनिक मेरा सबसे पसंदीदा काम हैं जो में स्कूल और कॉलेज की छुट्टी के समय करता हैं। पिकनिक पर जाने से हमारे टेंशन तो कम होते ही हैं साथ ही हमारे जीवन हमें कुछ नया देखने और सीखने को मिलता हैं।

Picnic Essay In Hindi

पहली बार पिकनिक पर हम स्कूल के समय गये थे तब में कक्षा 10 में था।

प्रस्तावना

उस समय में हमारे गाँव से दूर अरावली की वादियों में स्तिथ कुम्भलगढ़ दुर्ग देखने गये थे। वहां पर हम पिकनिक मनाने के साथ वहां की खूबसूरत वादियों को हरियाली देखने के लिए भी काफी उत्साहित थे। पिकनिक मनाने के साथ आपको इस दौरे पर जीवन जीने के नए तरीकों के बारे में भी सीखने को मिलता हैं। पिकनिक के बारे में सोचना ही अपने आप ने में एक काफी बड़ी कला हैं।

पिकनिक के लिए मेरी पसंदीदा जगह

पिकनिक पर जाना और वह एन्जॉय करना हमारे लिए सबसे अच्छी बात होती हैं। घर की मस्ती और पिकनिक की मस्ती दोनों एक ही काफी अलग होती हैं। पिकनिक के लिए मेरी सबसे पसंदीदा जगह देखे तो इसमें कई ऐसी जगह शामिल हैं, जहां हम जाना पसंद करते हैं। उन जगहों में सबसे पहले आती हैं वो जगह जहां प्रकृति ने काफी प्यार बरसाया हैं। मेरी पहली पसंद राजस्थान के राजसमन्द जिले में स्तिथ गोरम घाट सबसे पहले आती हैं।

यह जगह प्रकृति की वादियों में बसा हुआ हैं। इस जगह पर हम अक्सर बरसात के मौसम में आते हैं और यहां की प्रकृति का आनंद लेते हैं। इस जगह के बाद हमारी जगह की सूची में दूसरे नंबर पर आती हैं। परशुराम महादेव का मंदिर जो बाली में आया हुआ हैं। इस मंदिर का परिसर दो जिलों में आया हुआ हैं, जिसमें पहला पाली हैं और दूसरा राजसमन्द हैं।

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स्कूल में पहला पिकनिक

मैं अपने जीवन में सबसे पहली बार पिकनिक पर स्कूल के समय में गया था। उस समय जब में कक्षा 10 में पढता था, यह बात हैं 2010 की। हमारे स्कूल के शिक्षकों ने मिलकर स्कूल के बच्चों का एक पिकनिक प्लान किया था। इस समय हमारे शिक्षक अरावली की वादियों के बीच में बसे कुम्भलगढ़ ले गये थे।

यह सुन्दर place घूमने और पिकनिक के लिए काफी अच्छा माना जाता हैं। इस स्थान पर आना अपने आप में काफी अनोखा हैं। यह राजस्थान के राजसमन्द जिले में स्तिथ एक सुन्दर स्थान हैं, जहां हर कोई जाना पसंद करता हैं। अगर कोई प्रकृति प्रेमी हैं और प्रकृति की खूबसूरत वादियों में आना चाहता हैं तो उसे राजस्थान के इस place पर एक घूमने एक बार जरुर आना चाहिए। यह जगह घूमने के लिए काफी उन्दा हैं। यह स्थान जितना खूबसूरत हैं उतनी ही यहां चहल-पहल रहती हैं।

मेरा व्यक्तिगत पहला पिकनिक

मेरे पहले पिकनिक मेरे स्कूल के दोस्तों के साथ गया था। मैंने अपना पहला पिकनिक 2014 में अपने स्कूल के दोस्तों साथ किया था तब हम राजस्थान के सिरोही में स्तिथआबू रोड में माउंट आबू थे। यह मेरे जीवन का पहला अनुभव था तब में अपने दोस्तों के साथ घूमने गया था। हमने वहां पर 2 दिन का तौर किया था और अपने दोस्तों के साथ आबू रोड में काफी साड़ी जगहों पर घूमने के आनंद लिया था। माउन्ट आबू पर स्तिथ नक्की झील और माउन्ट आबू पर स्तिथ संतो के शिखर गुरु शिखर पहाड़ी की भी चढ़ाई की थी।

इस टूर के दोहरान हमने कई साड़ी जगहों के फोटो भी खींचे थे, जो वर्तमान में उपलब्ध नहीं हैं पर वो यादें आज भी हमारे दिलों में बसती हैं। माउन्ट आबू एक पहाड़ी पर बसा हुआ शहर हैं और इसी पहाड़ी पर भी नक्की झील बनी हुई हैं। इस झील

के सफ़र करना भी हमारे लिए एक अच्छा अनुभव था। इस झील में हमने water safari की थी और इस दोहरान हमारे साथ वहां के टूरिस्ट गाइड वाले साथ थे।

यह राजस्थान का ऐसा स्थान हैं, जहां पर सबसे ज्यादा बारिश होती हैं, हालाँकि राजस्थान में सबसे ज्यादा बारिश झालावाड़ जिले में होती हैं पर केवल एक स्थान की बात करें तो सिरोही के माउंट आबू में सबसे ज्यादा बारिश होती हैं।

सहपाठियों के साथ मजेदार अनुभव

कड़ाके की ठंड वाली सुबह थी, स्कूल बस सुबह आठ बजे तेज गति से रवाना हुई। घंटे भर का रास्ता कब बीत गया, पता ही नहीं चला। बस में सभी हंसते-गाते जा रहे थे, साथ ही हमने साथी सहपाठियों के साथ मजेदार खेल खेले। हमने लगभग 9 बजे गन्तव्य पर पहुंचे। थोड़ा देर आराम करने के बाद, हम वहां के चिड़ियाघर की सैर पर निकल पड़े जहाँ हमने विभिन्न प्रकार के पेड़ और पशु-पक्षी देखे। प्रकृति की सैर करना पिकनिक के सबसे रोमांचक हिस्से का समय था।

आकर्षण का केंद्र

वहाँ अनुपम संग्रहालय (museum) भी था, जिसे देखकर हम सभी रोमांचित हो उठे। फिर हमने दोपहर का भोजन किया, उसके बाद कुछ मजेदार गतिविधियाँ की, जैसे कि रैपलिंग और ज़िप-लाइन जो बहुत मज़ेदार थीं। समय इतनी जल्दी बीत गया कि हमें दिन खत्म होने का एहसास भी नहीं हुआ। यह वास्तव में एक दिन था जिसे मैंने लंबे समय तक संजोया था।

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वाटर पार्क का स्कूल पिकनिक

इस बार हमने वॉटर पार्क जाने का मन बनाया था, जो सभी आयु वर्ग के लोगों को आकर्षित करता है। यह हमारे शहर का फन सिटी वाटर पार्क मनोरंजन का एक रोमांचकारी और अद्भुत स्रोत है। यह हमारे शहर का सबसे बड़ा वाटर पार्क है। यह मॉडर्न टेक्नोलॉजी का एक अनूठा संयोजन है। फन सिटी में, पानी की सवारी और स्लाइड केवल आनंद के लिए नहीं हैं, बल्कि प्रत्येक सवारी को रोमांच और चुनौती से भर देता है।

हर दूसरे दिन के विपरीत पिकनिक के दिन हमने अपने नियमित समय से पहले स्कूल को सूचना दी, उत्साह का कारण, जाहिर है! हमारी कक्षा को प्रत्येक दस छात्रों के चार समूहों में विभाजित किया गया था।

मौज-मस्ती और रोमांच

हम सुबह 10 बजे गंतव्य पर पहुँचे और आधे घंटे का समय दिया गया ताकि हमारे तैरने वाले सूटों को बदल कर आ सकें और असली मौज-मस्ती के लिए तैयार हो सकें। वाटर पार्क अद्भुत पानी की सवारी से भरा हुआ था, जैसे कि दानव का छेद, आलसी नदी, फ्री फॉल, लूप होल आदि। दानव का छेद और अमूजमेंट पार्क मेरे पसंदीदा थे। दानव का छेद एक गहरे बेलनाकार पानी की स्लाइड थी जिसमें कई लहर और मोड़ थे। दोपहर के भोजन में, हमें मिष्ठान में गुलाब जामुन के साथ मजेदार पंजाबी भोजन परोसा गया।

मेरा स्कूल पिकनिक का अनुभव

पूरे वर्ष में शायद यह एकमात्र दिन था जब मैं अपनी चीजों को पिछली रात को पैक कर रही थी, जाहिर है क्योंकि मैं पिकनिक के दिन देर से नहीं जाना चाहती थी। अपनी चीजों को तैयार करने के बाद मैंने अपने दोस्तों के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल की। हमने चर्चा की कि हम सभी अपने पिकनिक के लिए कितने उत्साहित थे।

पिकनिक का पहला दिन

हमने अगले दिन उस समय को तय किया, जहां से सभी इकट्ठे होकर जाने वाले थे। मैं देर रात तक सो नहीं पाने के बावजूद अलार्म से पहले उठ चुकी थी। मैं समय से आधे घंटे पहले सुबह लगभग 7 बजे स्कूल पहुंच गयी थी। हमें इस दिन जोड़ी में

होना था, जो रोल नंबरों के आधार पर तय किया गया था, सौभाग्य से मेरे लिए मैंने अपनी सहेली के साथ भागीदारी की, जिसका नंबर मेरे ठीक बगल में था। हंसते-कूदते, नाचते-गाते, खेलते हुए हम गंतव्य तक पहुंचे। वहां पहुंचते ही हमें आइसक्रीम खिलाई गई।

चिड़ियाघर का सौन्दर्य

हम सभी चिड़ियाघर में कदम रखने के लिए उत्साहित थे। सबसे पहले हमें पक्षी खंड में प्रवेश करना था जहां हमने कई विविध और सुंदर पक्षियों को देखा। हमने देखा टॉकेन, एक काले और पीले रंग की एक बड़ी चोंच वाला पक्षी, सबसे ज्वलंत रंगों के साथ एक छोटी चिड़िया किंगफिशर, हॉर्नबिल एक सुंदर पक्षी जिसके सिर पर सींग जैसी चीज होती है और अल्बाट्रॉस एक बढ़िया सफेद और काले रंग का जलीय निवास स्थान के साथ कुछ पक्षियों का होता है। हमने हिरण, दरियाई घोड़ा, लोमड़ी, भेड़िया, मगरमच्छ, जंगली गधा, पीले अजगर सांप, भालू और कई और भी देखे। लेकिन हमारे पसंदीदा अभी भी बचे हुए थे, जहां हमें दोपहर के भोजन के बाद जाना था।

अंत में, दोपहर के भोजन के बाद वह समय था जिसके लिए हम सभी बहुत उत्साहित थे – सबसे तेज़ जानवर चीता, राष्ट्रीय पशु बाघ और निश्चित रूप से जंगल के राजा, शेर को देखने के लिए। हमने जगुआर और तेंदुए को भी देखा।

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एक अनोखा अनुभव

हम वहां एक मिनी टॉय ट्रेन में बैठे, जो हमें झील के चारों ओर एक सवारी पर ले गई। सभी ने सवारी पूरी करने के बाद इकट्ठे हो गए थे। यह लगभग 5 बज चुका था जो घर जाने का समय था। शिक्षकों ने छात्रों की संख्या गिनना शुरू कर दिया, जो उन्हें इस नतीजे पर पहुंचाया कि हमारी कक्षा का एक बच्चा गायब था। शिक्षकों को घबराहट हो गई थी, लेकिन आखिरकार वे उसे खोजने में सफल रहे, 10 मिनट के खोज अभियान के बाद।

credit:Raj GS Centre

उपसंहार

आज, यह एक चिड़ियाघर के लिए एक मात्र पिकनिक हो सकता है, लेकिन जब मुझे वापस याद आता है तो मुझे एहसास हुआ कि ये छोटी चीजें मुझे कैसे खुश करती थीं।

स्कूल पिकनिक हमें ताउम्र याद रहता है। यही वो समय होता है जब हम केवल हम रहते है। किसी बात की कोई चिन्ता नहीं रहती है। वरना हर वक़्त तो हमें पढ़ाई और करियर की ढ़ेरों परेशानियां घेरे रहती हैं।

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