Social Media Essay In Hindi-सोशल मीडिया निबंध हिंदी में

Social Media Essay In Hindi:सोशल मीडिया आज हमारे जीवन में एक बड़ी भूमिका निभा रहा है। एक बटन दबाने पर ही हमारे पास अत्यंत विस्तृत संबंधित सकारात्मक और नकारात्मक किसी भी प्रकार की जानकारी पहुंच जा रही है। सोशल मीडिया एक बहुत ही सशक्त माध्यम है और इसका प्रभाव प्रत्येक व्यक्ति पर पड़ता है। सोशल मीडिया के बिना हमारे जीवन की कल्पना करना मुश्किल है, परन्तु इसके अत्यधिक उपयोग के वजह से हमे इसकी  कीमत भी चुकानी पड़ती हैं।

Social Media Essay In Hindi

समाज पर सोशल मीडिया के प्रभावों के बारे में बहुत सारे तर्क-वितर्क प्रस्तुत किये गये है, कुछ लोगों का मानना है कि यह एक वरदान है। जबकि अन्य महसूस करते हैं कि यह एक अभिशाप है।

प्रस्तावना

सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रभाव

सोशल मीडिया समाज के सामाजिक विकास में अपना योगदान देता है और कई व्यवसायों को बढ़ाने में भी मदद करता है। यह सोशल मीडिया, मार्केटिंग जैसे साधन प्रदान करता है जो लाखों सशक्त ग्राहकों तक पहुंचता है। हम आसानी से सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी और समाचार प्राप्त कर सकते हैं। किसी भी सामाजिक कारण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग एक अच्छा साधन है। इच्छुक नौकरी तलाशने वालों को भी इससे सहायता मिलती है। यह व्यक्तियों को बिना किसी हिचकिचाहट के दुनिया के साथ सामाजिक विकास और बातचीत करने में मदद कर सकता है। बहुत से लोग उच्च अधिकारियों के प्रोत्साहित भाषण को सुनने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं। यह आपको लोगों से मेल-जोल बढ़ाने में भी मदद कर सकता है।

सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव

कई चिकित्सकों का मानना है कि सोशल मीडिया लोगों में निराशा और चिंता पैदा करने वाला एक कारक है। ये बच्चों में खराब मानसिक विकास का भी कारण बनते जा रहा है। सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग निद्रा को प्रभावित करता हैं। साइबर बुलिंग, छवि खराब होना आदि जैसे कई अन्य नकारात्मक प्रभाव भी हैं। सोशल मीडिया की वजह से युवाओं में ‘गुम हो जाने का भय’ (एफओएमओ) अत्यधिक बढ़ गया है।

युवाओं पर सोशल नेटवर्क का प्रभाव

इन दिनों सोशल नेटवर्किंग साइटों से जुड़े रहना सबको पसंद है। कुछ लोगो का मानना है कि यदि आप डिजिटल रुप में उपस्थित नहीं है, तो आपका कोई अस्तित्व नहीं हैं। सोशल नेटवर्किंग साइटों पर उपस्थित का बढ़ता दबाव और प्रभावशाली प्रोफ़ाइल, युवाओं को बड़े पैमाने पर प्रभावित कर रही है। आंकड़ों के मुताबिक एक सामान्य किशोर प्रति सप्ताह औसत रुप से 72 घंटे सोशल मीडिया का उपयोग किया जाता है, ये चीजे अन्य कार्यो के लिए बहुत कम समय छोड़ते है जिनके कारण उनके अदंर गंभीर समस्याएं पैदा होने लगती है जैसे अध्ययन, शारीरिक और अन्य फायदेमंद गतिविधियों में कमी, न्यूनतम ध्यान, चिंता और अन्य जटिल मुद्दों को उजागर करती है। अब हमारे पास वास्तविक मित्र की तुलना में अप्रत्यक्ष मित्र सबसे अधिक होते जा रहे हैं और हम दिन प्रतिदिन एक-दूसरे से संबंध खोते जा रहे हैं। इसके साथ ही अजनबियों, यौन अपराधियों को अपनी निजी जानकारीयो को दे बैठना आदि भी कई खतरे है।

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सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रभाव-

यह शिक्षा के लिए एक अच्छा उपकरण है।

यह कई सामाजिक मुद्दों के लिए जागरूकता पैदा कर सकता है।

ऑनलाइन जानकारी तेज़ी से हस्तांतरित होती है, जिसकी मदद से उपयोगकर्ताओं को सूचना तत्काल ही प्राप्त हो जाती हैं।

इसे एक समाचार माध्यम के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

इसके कुछ सामाजिक लाभ भी हैं जैसे लंबी दूरी के दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ संचार कर पाना।

यह ऑनलाइन रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं।

हम मानते हैं कि सोशल नेटवर्क के सकारात्मक प्रभाव हैं लेकिन बाकि सभी चीजों की तरह इसकी भी कुछ बुराईयाँ है।

इसके कुछ नकारात्मक प्रभाव भी हैं:

सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव-

परीक्षा में नकल करने में मदद करता है।

छात्रों के शैक्षिक श्रेणी और प्रदर्शन को खराब करता है।

निजता का अभाव।

उपयोगकर्ता हैकिंग, आइडेंटिटी को चोरी, फ़िशिंग अपराध इत्यादि जैसे साइबर अपराधों के का शिकार हो सकता हैं।

शिक्षा में सोशल मीडिया का महत्व

आज फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन इत्यादि जैसे प्लेटफार्मों का व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है। शिक्षकों, प्रोफेसरों और छात्रों के बीच ये काफी लोकप्रिय हो गया हैं। एक छात्र के लिए सोशल मीडिया बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह उनके लिए जानकारी को साझा करने, जवाब प्राप्त करने और शिक्षकों से जुड़ने में सहायता करता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से छात्र और शिक्षक एक-दूसरे से जुड़ सकते हैं और इस प्लेटफॉर्म का अच्छा उपयोग करके जानकारी साझा कर सकते हैं।

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सोशल मीडिया के निम्नलिखित महत्व हैं-

व्याख्यानो का सीधा प्रसारण: आजकल कई प्रोफेसर अपने व्याख्यान के लिए स्काइप, ट्विटर और अन्य स्थानों पर लाइव वीडियो चैट आयोजित कर रहे हैं। यह छात्रों के साथ-साथ शिक्षक को भी घर बैठे किसी चीज को सीखने और साझा करने में सहायता करता है। सोशल मीडिया की मदद से शिक्षा को आसान और सुविधाजनक बनाया जा सकता है।

सहयोग का बढ़ता आदान-प्रदान: चूंकि हम दिन के किसी भी समय सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते है और कक्षा के बाद शिक्षक से प्रश्नों का समर्थन और समाधान ले सकते हैं। यह अभ्यास शिक्षक को अपने छात्रों के विकास के और अधिक बारीकी को समझने में भी मदद करता है।

शिक्षा कार्यो में आसानी: कई शिक्षक महसूस करते हैं कि सोशल मीडिया का उपयोग उनके कामों को आसान

बनाता है। यह शिक्षक को अपनी क्षमताओं कौशल और ज्ञान का विस्तार और पता लगाने में भी सहायता करता है।

अधिक अनुशासान: सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आयोजित कक्षाएं अधिक अनुशासित और संरचित होती हैं क्योंकि वे जानते हैं कि हर कोई इसे देख रहा होता है।

शिक्षा में मददगार: सोशल मीडिया छात्रों को ऑनलाइन उपलब्ध कराई गयी कई शिक्षण सामाग्री के माध्यम से उनके ज्ञान को बढ़ाने में मदद करता है। सोशल मीडिया के माध्यम से छात्र वीडियो और चित्र देख सकते हैं, समीक्षाओं की जांच कर सकते हैं और लाइव प्रक्रियाओं को देखते हुए तत्काल अपने संदेह को दूर कर सकते हैं। न केवल छात्र, बल्कि शिक्षक भी इन उपकरणों और शिक्षण सहायता का उपयोग करके अपने व्याख्यान को और अधिक रोचक बना सकते हैं।

सोशल मीडिया के ज्यादा उपयोग के नुकसान

सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग के कारण हमें नुकसान भी उठाने पड़ रहे हैं। सोशल मीडिया से संबंधित कई तरह के तर्क-वितर्क हमे सुनने को मिलते हैं। कुछ लोग सोशल मीडिया को वरदान समझते हैं तो कुछ इसे अभिशाप मानते हैं। सोशल मीडिया समाज के सामाजिक विकास में योगदान देता हैं।

सोशल मीडिया हमें अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मदद करता हैं। सोशल मीडिया मार्केटिंग के अवसर प्रदान करता है, जिसके जरिए हम सशक्त उपभोक्ता से सीधा संपर्क कर सकते हैं। सोशल मीडिया के जरिए हम कोई भी समाचार जल्दी से जल्दी प्राप्त कर सकते हैं और उसे अन्य के साथ साझा कर सकते हैं।

समाज में सोशल मीडिया की भूमिका

किसी भी विषय के बारे में सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया एक बहुत ही मददगार माध्यम हैं। सोशल मीडिया के जरिए इंसान बिना किसी हिचकिचाहट के लाखों सैकड़ों लोगों से संपर्क स्थापित कर सकता हैं। नौकरी के इच्छुक लोगों को यहां पर अपनी इच्छा अनुसार नौकरी के कई अवसर मिलते हैं।

कई लोग सोशल मीडिया का उपयोग बड़े-बड़े लोगों की भाषणों को सुनने के लिए और कई लोग आपसी मेलजोल बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं। कई चिकित्सकों का मानना है कि सोशल मीडिया लोगों को निराशावादी बना रहा हैं। यह बच्चों के मानसिक विकास बाधा उत्पन्न कर रहा हैं। बच्चों का खराब मानसिक विकास कर रहा हैं।

आज के युवा पर सोशल मीडिया का असर

आजकल के युवा सोशल मीडिया पर आधे से ज्यादा दिन उपस्थित रहते हैं, जिसके कारण वह अन्य कार्यों को इतना समय नहीं दे पाते, जिसके कारण उनका अध्ययन तथा अन्य सकारात्मक गतिविधियों में मन कम लगता हैं। सोशल मीडिया के उपयोग से इंसान में तनाव, क्रोध, दबाव आदि समस्या उत्पन्न हो रही हैं।

वर्तमान में हमारे वास्तविक मित्रों की तुलना में हमारे अप्रत्यक्ष मित्र अधिक बनते जा रहे हैं। हम वास्तविक रिश्तों को खोते जा रहे हैं तथा बिना जाने हम कई अजनबी लोगों को हमारी जानकारी देते जा रहे हैं। इसके कारण यौन अपराध, अपहरण, चोरी चकारी तथा धोखाधड़ी जैसे अपराध बढ़ रहे हैं।

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credit:FEA- Freedom English Academy

उपसंहार :

सोशल मीडिया जो कि कोई हद तक सही है और हद से ज्यादा इसका उपयोग करना भी गलत है। हद से ज्यादा सोशल मीडिया का उपयोग करना लोगों में मानसिक कमजोरियां पैदा करता है और यादाश्त कमजोर होती है। सोशल मीडिया के

माध्यम से सही खबरों के साथ साथ कई बार गलत खबरें भी सजा होती है और व्यक्ति उसका शिकार हो जाता है। परंतु वर्तमान में सोशल मीडिया का प्रचलन सर्वाधिक है।

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